नई दिल्ली। नवंबर में म्यूचुअल फंडों में निवेश 8% बढ़ा है। देश में कुल 42 म्यूचुअल फंड कंपनियां हैं। इनकी विभिन्न स्कीमों में निवेश की रकम अक्टूबर में 22.23 लाख करोड़ रुपए थी, जो नवंबर में 24.02 लाख करोड़ तक पहुंच गई।
सबसे ज्यादा 1.36 लाख करोड़ का निवेश लिक्विड स्कीमों में हुआ है। लिक्विड फंड ऐसे डेट फंड को कहते हैं जिनका ज्यादातर पैसा कम अवधि के सरकारी बॉन्ड में निवेश किया जाता है। कंपनियां इसमें ज्यादा निवेश करती हैं।
लिक्विड फंड में निवेश भले बढ़ा हो, लेकिन इक्विटी और इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ईएलएसएस) में निवेश में 33% गिरावट आई है। यह गिरावट 7 महीने में सबसे ज्यादा है।
मोतीलाल ओसवाल एएमसी के सीईओ आशीष सोमैया ने बताया कि यह निवेश सीधे बाजार के प्रदर्शन से जुड़ा है। पिछले 2 महीने बाजार के लिए मुश्किल भरे रहे हैं, इसका सीधा असर निवेश पर दिखा है।
अक्टूबर में इक्विटी स्कीमों में कुल 12,622 करोड़ का निवेश हुआ था जो नवंबर में 33% घटकर 8,414 करोड़ रह गया। यह गिरावट 7 महीने में सबसे ज्यादा है। अक्टूबर का आंकड़ा 8 महीने में सबसे ज्यादा था।
बैलेंस्ड फंड में निवेशकों ने सिर्फ 215 करोड़ रुपए लगाए। रोचक बात यह है कि लगातार कई महीने तक गोल्ड ईटीएफ से पैसे निकालने वाले निवेशकों ने पिछले महीने 10 करोड़ का निवेश किया।
लिक्विड फंड में कंपनियां ज्यादा निवेश करती हैं। उनके पास जो सरप्लस पैसा होता है उसे वे इन स्कीमों में लगाती हैं। अक्टूबर में इन स्कीमों में 55,296 करोड़ रुपए का निवेश हुआ था जो
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नवंबर में 1,36,135 करोड़ तक पहुंच गया। इसमें करीब ढाई गुना की बढ़ोतरी हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि कंपनियां बिजनेस में पैसा लगाने के बजाय सरकारी बॉन्ड में निवेश कर रही हैं।
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इक्विटी स्कीमों में इस साल 83,500 करोड़ का निवेश
महीना
निवेश (रुपए करोड़)
अप्रैल
12,549
मई
11,346
जून
9,660
जुलाई
9,452
अगस्त
11,172
सितंबर
8,375
अक्टूबर
12,622
नवंबर
8,414