भीख नहीं मांग रहे, राम मंदिर पर जल्द कानून बनाए सरकार: भैया जी जोशी

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धर्म सभा में शामिल होने के लिए लोग दूर-दूर से आए हुए हैं। रामभक्तों की सुविधा हेतु सभा स्थल व आस-पास के लगभग दो-तीन किलोमीटर के दायरे में दर्जन भर से अधिक बड़ी-बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गई है, ताकि रामलीला मैदान न पहुंचने वाले भी कार्यक्रम से वंचित न रह पाएं।
 जगह-जगह राम के बड़े-बड़े चित्र व कलश रखे गए हैं, जिनमें लोग अपने-अपने घरों से लाए संकल्प पुष्प अर्पित कर रहे हैं। एनसीआर से आने वाली बसों व अन्य वाहनों के लिए 16 स्थानों पर पार्किंग केंद्र बनाए गए हैं।
हर पार्किंग स्थल पर पेयजल, शौचालय तथा घोषणा प्रणाली की व्यवस्था की गई है। उत्तर प्रदेश, हरियाणा व पंजाब से जुड़ने वाली राजधानी की सभी सीमाओं पर स्वागत द्वार बनाए गए हैं। सभी आगंतुकों के लिए भोजन व पानी के पैकेट स्वागत द्वार पर ही दिए गए। जगह-जगह मार्ग-दर्शिका लगाई गई है।
विश्व हिंदू परिषद ने रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में विशाल धर्मसभा का आयोजन किया। धर्मसभा में आरएसएस के सरकार्यवाहक भैया जी जोशी ने कहा कि हम चाहते हैं जो भी हो शांति से हो, संघर्ष करना होता तो इंतजार नहीं करते।
इसलिए सभी लोग इसमें सकारात्मक पहल करें। हमारा किसी के साथ संघर्ष नहीं, राम राज्य में ही शांति आती है। उन्होंने आगे कहा, “न्यायालय की प्रतिष्ठा बनी रहनी चाहिए. जिस देश में न्यायालय में विश्वास घटता है उसका उत्थान होना असंभव है। इसलिए न्यायालय को भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। देश पर हमला करने वालों के निशान मिटने चाहिए। हम भीख नहीं मांग रहे हैं। सरकार इस पर जल्द कानून बनाए।”
साध्वी ऋतंभरा ने सभा में कहा कि निश्चय हुआ है, सावधान किया जा रहा है। जागो, अपने लक्ष्य के प्रति जागो। हिंदू धर्म की कमजोरी यह है कि हम जातियों में बंटे हुए हैं। व्यक्ति पूजा के शिकार हैं हम। हमें रामजन्म भूमि के आंदोलन क्यों करना पड़ेगा? आज क्यों गोहत्या हो रही है?
मैं एक ही बात कहना चाहती हूं कि महाकाल के वंशजों उठो। बलहीन व्यक्ति का कोई मित्र नहीं होता है। इसलिए जागो। हिंदू राष्ट्र के रक्षा के लिए जागो। क्या राघव की जन्मभूमि पर राघव की मंदिर नहीं बननी चाहिए? क्या इस देश में गोरक्षा नहीं होनी चाहिए?
क्या राम लला को टाट में बैठे रहना चाहिए? देश के पीए मोदी जी और यूपी के सीएम हैं योगी जी। सत्ता का सदुपयोग इसमें है कि हम भारत के गौरव की प्रतिष्ठा बनाए रखें। हम यह प्रण करें कि आपस में नहीं बटेंगे। हम राम मंदिर बना के रहेंगे।
विहिप के प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण के लिए जो लोग विधेयक लाने के पक्ष में नहीं हैं, यह रैली उन लोगों का हृदय परिवर्तन करेगी। यह अभियान प्रयाग में साधु-संतों की ‘ धर्म संसद’ के साथ संपन्न होगा। अंतिम ‘धर्म संसद’ 31 जनवरी और एक फरवरी को आयोजित होगी।
भैया जी जोशी ने कहा कि हम राम मंदिर निर्माण के लिए भीख नहीं मांग रहे हैं। काफी समय तक न्यायालय के फैसले का इंतजार किया। अब सरकार जल्द कानून बनाकर राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ करे।
राम राज्य में विकास है। आस्थाओं की सुरक्षा है। शांति का संदेश देने वाला है। इस राम राज्य की आकांक्षा करते हैं। किसी भी संप्रदाय या समाज के लोग शांति चाहते हैं। राम राज्य संप्रदाय राज या किसी धर्म का राज नहीं होता है बल्कि रामराज्य सुख शांति को बहाल करने वाला होता है। अनेक महापुरुषों ने, यहां तक महात्मा गांधी ने भी कहा कि हम राम राज्य का स्वप्न देख रहे हैं।
भैया जी जोशी ने कहा कि अयोध्या में दर्शन करने वाले आज दुखी होते हैं। भक्त भव्य राम मंदिर में दर्शन करना चाहता है। सब चाहते हैं राम भव्य मंदिर में रहें। 1992 में काम अधूरा रह गया, ढांचा गिरा पर मंदिर नहीं बना। संविधान का रास्ता बाकी है। भैया जी जोशी ने अपने संबोधन में कहा कि सत्ता में बैठे लोगों का संकल्प भी मंदिर निर्माण का है।
उन्हें इस संकल्प के लिए आगे बढ़ना चाहिए। लोकतंत्र में संसद का अपना अधिकार और कर्तव्य है। हम भीख नहीं मांग रहे हैं, हम अपनी भावनाओं को व्यक्त कर रहे हैं। आशा है सत्ता में बैठे लोग सकारात्मक दिशा में कदम उठाएं।
भैया जी जोशी ने अपने संबोधन में कहा किजिस देश में न्यायालय में विश्वास घटता है, उसका उत्थान होना असंभव है, इसलिए न्यायालय को भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। देश पर हमला करने वालों के निशान मिटने चाहिए। न्यायालय की प्रतिष्ठा बनी रहनी चाहिए।
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दिल्ली में वीएचपी की धर्मसभा में RSS के सरकार्यवाहक भैया जी जोशी ने कहा कि हम चाहते हैं जो भी हो शांति से हो, संघर्ष करना होता तो इंतजार नहीं करते। इसलिए सभी लोग इसमें सकारात्मक पहल करें। हमारा किसी के साथ संघर्ष नहीं, राम राज्य में ही शांति आती है।

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