मोदी से असम की चाय इकाई ने ‘चायवाला’ अपना वादा निभाने को कहा

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असम की सबसे बड़ी चाय संस्था ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राज्य के ‘चाय बागान मजदूरों की दुर्दशा पर ध्यान नहीं देने’ को लेकर निशाना साधा और उनसे नए साल की शुरुआत से पहले 350 रुपये न्यूनतम मजदूरी के वादे को लागू करने का आग्रह किया।
मोदी अक्सर खुद को ‘चायवाला’ कहकर संबोधित करते हैं। असम चाह मजदूर संघ (एसीएमएस) के महासचिव रुपेश गोवाला ने कहा कि मोदी अक्सर खुद को ‘चायवाला’ कहते हैं जबकि उन्होंने राज्य के चाय बागानों में काम कर रहे 10 लाख मजदूरों से किए गए वादे को बीते चार साल में पूरा नहीं किया है।
गोवाला ने कहा, “सरकार ने 30 रुपये प्रति दिन की अंतरिम वृद्धि की घोषणा की थी। चाय बागान मजदूरों को यह अंतरिम वृद्धि 1 जनवरी 2018 से मिलनी थी लेकिन सरकार कह रही है कि यह बढ़ोत्तरी एक मार्च 2018 से लागू होगी। उन्होंने कहा, “इससे उन्हें दो महीने के लिए प्रतिदिन 30 रुपये का नुकसना होगा।”गोवाला ने कहा कि असम में भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार ने अभी न्यूनतम मजदूरी तय नहीं की है।
आप पार्टी के नेता संजय सिंह पटना में आरोप लगाया कि भाजपा पूरे देश को तालिबान बनाने की कोशिश में लगी है । उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर में एक पुलिस निरीक्षक को शहीद कर दिया गया । गोकशी का जो आरोप लगाया उनमें से सात नाम में से छह फर्जी निकले । खुलेआम इनका विधायक देवेंद्र लोदी अपराधियों का साथ दे रहा है । बजरंग दल का संयोजक जो कि मुख्य आरोपी है वह वीडियो बनाकर घूमता फिर रहा है ।
उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थिति में भाजपा देश की एकता, भाईचारा, गंगाजमुनी तहजीब और अमनचैन के लिए खतरनाक और हानिकारक साबित हो रही है। ऐसे में उसे सत्ता से हटाना बहुत जरूरी है।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी वर्तमान में ऐसे किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं है पर देश के विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच यह समझ बनती दिख रही है कि विदेश से कालाधन लाकर लोगों को 15 15 लाख रूपये देने, दो करोड नौजवानों को रोजगार देने,
एक डालर की कीमत 40 रूपये हो जाने तथा महिलाओं को सुरक्षा देने का झूठा वादा, नोटबंदी एवं जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था की कमर तोडने का काम करने वाली पार्टी भाजपा अपने काम के आधार पर नहीं बल्कि राम के नाम वोट मांग रही है ।
आम आदमी पार्टी (आप) ने आरोप लगाया कि भाजपा अपनी उपलब्धियों के सहारे नहीं बल्कि भगवान राम के नाम पर वोट मांग रही है। पटना में रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए आप के बिहार प्रभारी और पार्टी सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा अपनी उपलब्धियों के सहारे नहीं बल्कि भगवान राम के नाम पर वोट मांग रही है।
एनआरसी पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के उस बयान कि “भारत धर्मशाला नहीं है”, के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने आरोप लगाया इसका सहारा लेकर अपने राजनीतिक लाभ के लिए उन्मादी बातें कर शाह और भाजपा बिहार, उत्तरप्रदेश सहित पूर्वांचल के लोगों को उनके मताधिकार से बेदखल कर रहे हैं। क्या वे बंगलादेशी हैं ।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने विपक्षी दलों की नयी दिल्ली में प्रस्तावित बैठक का रविवार को उपहास उड़ाते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार को हटाने के बारे में सोचने से पहले उन्हें प्रधानमंत्री पद का कोई उम्मीदवार घोषित करना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘यह देखना वास्तव में अच्छा लगता है कि विपक्षी पार्टियां हमारे खिलाफ गठबंधन का प्रयास कर रही हैं। लेकिन, पहले उन्हें प्रधानमंत्री पद का अपना उम्मीदवार घोषित करने दीजिए, उसके बाद उन्हें हमसे मुकाबला करने और हटाने के बारे में सोचना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, प्रधानमंत्री पद के लिए उनके उम्मीदवार कौन हैं?’’ इस बीच, विपक्ष की बैठक में शामिल होने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नयी दिल्ली रवाना हो गयीं।
मध्य प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी ने निर्देश दिए हैं कि वोटों की गिनती के दौरान कहीं भी वेबकास्टिंग नहीं की जा सकेगी। साथ ही काउंटिंग हॉल में वाई-फाई भी नहीं इस्तेमाल किया जा सकेगा, जबकि निगरानी के लिए वहां पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएंगे।
वहीं, तेलंगाना में खंडित जनादेश आने का पूर्वानुमान जताते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) भाजपा ने रविवार (नौ दिसंबर) को कहा कि राज्य में अगली सरकार गठित होने में पार्टी ‘‘अहम भूमिका’’ निभाएगी। राज्य में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) सत्ता में बने रहने पर नजरें लगाए है।
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प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के लक्ष्मण ने कहा, “हम एक दशक के बाद पहली बार अकेले चुनाव लड़े हैं। हम जीतने के लिए चुनाव लड़े हैं। बीजेपी सरकार में शामिल होगी। बीजेपी के बिना कोई सरकार नहीं बन सकती। नतीजे आने के बाद क्या होगा, हम इस बारे में सोचेंगे।” उनका दावा है कि बीजेपी तेलंगाना में एक मजबूत दल बनकर उभरी है और इससे उसके मत प्रतिशत और सीटों की संख्या में बहुत बढ़ोतरी होगी।
बीजेपी के रघुनंदन शर्मा ने रविवार को कहा- लोगों का आक्रोश था कि सीएम ने इस प्रकार की बात कह दी कि कोई ‘मां का लाल…’…हमारा इससे नुकसान तो हुआ है। लगता है कि ये कि अगर इस प्रकार के शब्दों का प्रयोग नहीं होता तो 10-15 सीटें हमारी आतीं और ये अनिश्चितता की स्थिति नहीं बनती।

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