मुजफ्फरपुर। कटिहार-दरभंगा पैसेंजर की लिंक ट्रेन (55223) को लेकर रेलवे ने हजारों यात्रियों को गफलत में डाल रखा है, क्योंकि यह लिंक ट्रेन समस्तीपुर से दरभंगा तक पटरी पर नहीं, बल्कि रेलवे की वेबसाइट पर ही दौड़ रही है।
कटिहार से दरभंगा जाने के लिए रिपोर्टर रेलवे स्टेशन पहुंचा। वहां की समय सारणी में तीसरे नंबर पर अंकित है 55223 नंबर की सवारी गाड़ी, जिसका नाम कटिहार-दरभंगा सवारी गाड़ी दर्शा रहा है।
सारणी में यह प्रतिदिन दोपहर 12:15 बजे कटिहार से दरभंगा के लिए खुलती है। अनाउंसमेंट भी हो रहा था कि कटिहार से दरभंगा जाने वाली सवारी गाड़ी प्लेटफॉर्म नं.- 7 पर खड़ी है।
इसके बाद रिपोर्टर समेत अन्य यात्री दरभंगा के लिए टिकट कटाते हैं और सवारी गाड़ी 55223 में बैठ जाते हैं। लेकिन जो ट्रेन खुली, उसका नं. 63303 था,
जो कटिहार से समस्तीपुर तक ही जाती है। उस दिन भी निर्धारित समय पर यह ट्रेन खुली। शाम 4.20 बजे ट्रेन खगड़िया पहुंची।
तब तक यात्रियों को नहीं पता था कि जिस ट्रेन में वे दरभंगा के लिए चढ़े हैं, वो समस्तीपुर तक ही जाएगी। रात 9.05 बजे ट्रेन समस्तीपुर पहुंची। यहां सभी यात्रियों को ये बोलकर उतार दिया गया कि गाड़ी आगे नहीं जाएगी।
तब पता चला कि कटिहार से 63303 नंबर की सवारी गाड़ी 10 सितंबर के बाद से दरभंगा नहीं जाती है। जो यात्री इसमें दरभंगा के लिए चढ़ते हैं, उन्हें समस्तीपुर से लिंक ट्रेन 55223-55224 की सुविधा दी जानी चाहिए थी।
15 सितंबर से ये लिंक ट्रेन चलनी थी, पर आज तक नहीं चली। इस बारे में पता किया तो सामने आया कि अतिरिक्त रैक न होने से लिंक ट्रेन 55223 कभी पटरी पर आई ही नहीं। सिर्फ वेबसाइट पर ही चल रही है।
समस्तीपुर-दरभंगा रेल लाइन में विद्युतीकरण का काम न होने पर यहां से लिंक गाड़ी की व्यवस्था रेलवे ने दुर्गा पूजा के पूर्व ही कर दी थी। इसे रेलवे की ऑफिशियल वेबसाइट पर 55223 कटिहार लिंक नाम से डाला गया है।
रात्रि इन्क्वायरी इंचार्ज अनुज कुमार ने बताया कि हर रात कटिहार से आने वाले यात्री लिंक के बारे में पूछते हैं मगर हम कोई जवाब नहीं दे पाते।
समस्तीपुर से दरभंगा जाने वाले यात्रियों के लिए सप्ताह के तीन दिन सोमवार, गुरुवार और शनिवार को एक्सप्रेस गाड़ियां हैं। कोलकाता-दरभंगा गाड़ी रात 9 से 10 बजे के बीच में मिल जाती है।
वहीं शहीद एक्सप्रेस का भी समय हर रात 9:30 है मगर वो आम दिनों में 5-6 घंटे व ठंड के समय में 10-15 तक लेट चलती है। इससे जाना संभव नहीं है।
इस लिंक ट्रेन के न चलने से मुक्तापुर, किशनपुर, रामभद्रपुर, हायाघाट, थलवाड़ा, लहेरियासराय वाले यात्रियों को ज्यादा परेशानी हो जाती है। उनके लिए एकमात्र सहारा कमला गंगा इंटरसिटी होती है जो रात के 10 बजे हैं, मगर 1-3 घंटे तक हमेशा लेट ही रहती है।
सड़क मार्ग की बात करें तो शाम 7 बजे के बाद दरभंगा सहित मुक्तापुर, किशनपुर, रामभद्रपुर, हायाघाट, थलवाड़ा, लहेरियासराय जाने के लिए ऑटो या बस नहीं मिलता। कटिहार से आने वाले यात्रियों को हरहाल में परेशानी ही उठानी पड़ती है। ठंड में समस्या और बढ़ेगी।
गाड़ी के कटिहार से दरभंगा तक नहीं चलने को लेकर रेल अधिकारी समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड के विद्युतीकरण नहीं होने का हवाला देते हैं।
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जबकि हकीकत में रेलवे के पास लिंक चलाने के लिए एक्स्ट्रा बोगी ही नहीं है। जिसका खामियाजा प्रतिदिन यात्रियों को उठाना पड़ रहा है।
समस्तीपुर-दरभंगा के बीच चल रहे दोहरीकरण कार्य को लेकर लिंक सहित कई पैसेंजर गाड़ियां बाधित हैं। किसी अन्य गाड़ी का कटिहार-दरभंगा के समय परिचालन नहीं हो पा रहा है। उसके लिए अलग रैक या अन्य डीएमयू की व्यवस्था जल्द की जाएगी। अभी उस समय कुछ गाड़ियां दरभंगा के लिए उपलब्ध हो जाती हैं। – रवींद्र कुमार जैन, डीआरएम, समस्तीपुर रेल मंडल