पाँच महीने बाद तय होगा, मोदी का चेहरा धूमिल या करिश्मा बरकरार: प्रशांत किशोर

0
पटना। जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने कहा कि पांच माह बाद जनता यह तय करेगी कि देश में पीएम मोदी का करिश्मा बरकरार है या धूमिल हुआ है। हालांकि 2014 की तुलना में क्रेज थोड़ा कम जरूर हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज भी देश में सबसे लोकप्रिय नेता हैं। एनडीए उन्हीं के नेतृत्व में अगले लोकसभा चुनाव में मैदान में उतरेगा।
राजनीति में पीके के नाम से चर्चित प्रशांत जदयू में शामिल होने के बाद पहली बार शुक्रवार को बिहार में मीडिया से मुखातिब हुए।
पीके ने कहा कि 2014 में भाजपा ने राम मंदिर मुद्दे पर लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ा था। इसके बावजूद वह सत्ता में आई थी। अब 2019 में भाजपा का क्या मुद्दा होगा, यह तो वही बता सकती है।
भाजपा बिना राम मंदिर के चुनाव में उतरेगी तो भी जीत सकती है। भाजपा और जदयू दो अलग-अलग पार्टियां हैं। अब कुछ मुद्दों पर हमारी एक राय होती है, इसलिए हम घटक दल हैं लेकिन कुछ मुद्दों पर हमारी राय एकदम भिन्न है, इसीलिए तो हम अलग राजनीतिक दल हैं।
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार को ‘खतरे की घंटी’ मानने से साफ इंकार कर दिया। प्रशांत ने कहा कि जो पार्टी हारी है,
यह भी पढ़ें: अशोक गहलोत और सचिन पायलट का, एयरपोर्ट पर हुआ भव्य स्वागत
हार का कारण भी वही बेहतर तरीके से बता पाएगी। जहां तक सवाल भाजपा को सुझाव देने का है तो ऐसा करने वाला मैं कौन होता हूं?
भाजपा बहुत बड़ी पार्टी है। उसमें बहुत से समझदार और अनुभवी लोग मौजूद हैं। हम छोटे दल हैं, इसलिए हमारी भूमिका छोटी है।

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More