बाराबंकी: पटाखा बनाते समय विस्फोट, दो की मौत, छह घायल
बाराबंकी. रामसनेहीघाट कोतवाली इलाके के धारुपुर गांव में मंगलवार की शाम पटाखा बनाते समय एक मकान में भीषण विस्फोट हो गया। विस्फोट की तीव्रता इतनी तेज थी कि आसपास के पांच मकान ध्वस्त हो गए।
जिला प्रशासन ने इस हादसे में दो की मरने की पुष्टि की है। जबकि कई लोगों के मकानों के मलबे में दबे होने की आशंका है। सूचना पर डीआईजी ओंकार सिंह व कमिश्नर अयोध्या मनोज मिश्रा मौके पर पहुंचे हैं। राहत बचाव जारी है।
-
जानकारी के मुताबिक गांव निवासी हसीब, शबीर और वाहिद को आतिशबाजी का सामान बनाने का लाइसेंस मिला हुआ है। लेकिन गैरकानूनी ढंग से पूरा गांव आतिशबाजी का सामान बनाने में जुटा रहता था। आसपास के लोगों ने बताया कि पटाखे तैयार करते वक्त मंगलवार की शाम हसीब के घर में अचानक विस्फोट हुआ। जिसके बाद हसीब के घर के पीछे जंगल में रखे पटाखा बनाने के सामान और बारूद में धमाका शुरू हो गया। देखते-देखते धमाके में पांच से छह मकान धाराशायी हो गए। चश्मदीदों के मुताबिक विस्फोट इतना जोरदार था कि काफी दूर उसकी धमक महसूस की गई।
-
एसपी ने बताया कि धमाका इतना भीषण था कि मरने वालों के शव गांव के बाहर मिले हैं। इस हादसे में सूरज (13) पुत्र सुकई व हसीब (25) पुत्र अब्बास की मौत हुई है। जबकि, मेहरजहां, मोहम्मद वैश, मिथुन समेत छह लोग घायल हुए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
-
हादसे के बाद मौके पर पहुंचे बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर सतीश कुमार ने बताया कि धारूपुर गांव के कई घरों में अवैध रूप से पटाखे बनाए जा रहे थे। गांव में केवल 3 लोगों को ही पटाखे बनाने और उनके भंडारण का लाइसेंस मिला था, जो कि गांव से 500 मीटर की दूरी पर करना था। लेकिन इन लोगों ने ज्यादा मात्रा में विस्फोटक बनाकर अपने घरों में ही रख रखे थे। जिसकी वजह से यहां ब्लास्ट हुआ है। इस हादसे में दो की मौत हुई है, जबकि छह लोग घायल हुए हैं।
-
एसपी ने बताया कि मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और सभी लोगों को मलबे से निकालने के बाद इस बात की जांच की जाएगी कि यहां पर इतनी बड़ी मात्रा में अवैध रूप से पटाखे का भंडारण कैसे था। एसपी ने इस बात का भी दावा किया कि अगर लोकल थाने से किसी भी तरह की लापरवाही हुई है तो वहां पर तैनात पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।